Tera Ishq Jinda Hai
♥ ♥ रात भी सो गयी है, पर मेरे दिल को सुकून कहा है, मैं तेरे इश्क में जाग रहा हूँ, चाँद-सितारें इस बात के गवाह है, आज चाँद को मैंने तेरे घर भेजा है, की देख क्या मेरा महबूब सो रहा है, वो बेखबर है मेरे इश्क से, मेरा दिल रो रहा है, सुबह चोखट पर खड़ी है, दिल ग़मज़दा है, ऐ खुदा कुछ पल थाम ले इस रात को, मैं ढून्ढ रहा हूँ उसे सितारों में, ना जाने मेरा महबूब कहा है...