सांवला रंग | OCTOBER
तेरे होंठो का वो सांवला रंग , जैसे रात आकर यहाँ ठहरी हो , तेरे होंठो के नीचे वो काला तिल , जैसे उस रात का कोई पहरी हो , जी करता है कि मेरे लबों से , तेरे लबों पे ठहरी रात से कुछ सितारे चुरा लूँ ♥♥
Hindi Poetry - Of longing, Love and Life